हरि सिंह के शहीद होने की खबर सुनकर बेहोश हो गई थी पत्नी, बताया- क्या थे उनके आखिरी शब्द
पुलवामा एनकाउंटर में शहीद हुए हरि सिंह की शहादत की खबर सबसे पहले पत्नी को मिली थी, जिसे सुनकर वे बेहोश हो गई थीं। उन्होंने बताया कि बहादुर जवान के आखिरी शब्द क्या थे।शहीद की पत्नी राधा ने बताया कि रविवार को ही उनकी हरि सिंह से बातचीत हुई थी। इस दौरान उन्होंने कहा था कि यहां हालात बहुत खराब हैं। पुलवामा में शहीद हुए अपने 40 भाइयों की शहादत का बदला लेकर जल्द घर आऊंगा, फिर हम घूमने चलेंगे और खूब बातें करेंगे। बेटे का ख्याल रखने की बात कहकर उन्होंने फोन रख दिया था और सोमवार सुबह सेना ने उनकी शहादत की सूचना भेज दी। मुझे क्या पता था कि मैं उनसे आखिरी बार बात कर रही हूं, पर मुझे उन पर गर्व है।पुलवामा में आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हुए जवान हरि सिंह का शव गांव पहुंचा, तो लोगों ने फूल बरसाकार श्रद्धांजलि अर्पित की। अंतिम संस्कार गांव के बाहर मुख्य रोड पर स्कूल के पास 15 वर्ष पहले शहीद हुए वेदपाल की प्रतिमा के नजदीक किया गया। इससे पहले शव घर ले जाया गया, जहां मां पत्नी और बहनों को आखिरी बार उनका चेहरा दिखाया गया। उसके बाद सभी रस्में निभाकर शहीद को अंतिम विदाई दी गई। इस दौरान पूरा गांव मौजूद रहा और लोग लगातार पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाते रहे।बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा क्षेत्र में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में वीरों की धरती हरियाणा के रेवाड़ी जिले के गांव राजगढ़ निवासी सेवा मेडल से सम्मानित हरि सिंह (28) भी शहीद हो गए। वह एक माह पूर्व छुट्टी बिताकर ड्यूटी पर लौटे थे। हरि सिंह का जन्म 15 अगस्त 1993 को हुआ था। वह वर्ष 2011 में 55-राष्ट्रीय राइफल में भर्ती हुए थे। हरि सिंह चार भाई-बहनों में तीसरे नंबर के थे। वह परिवार में इकलौते कमाने वाले थे। घर में उनकी मां के अलावा पत्नी और एक दस माह का बेटा है।हरि सिंह अप्रैल 2011 में राष्ट्रीय राइफल में भर्ती हुए थे। वह इन दिनों जम्मू-कश्मीर में 20 ग्रेनेडियर बटालियन में बतौर सिपाही तैनात थे। वह एक माह पूर्व ही छुट्टी बिताकर ड्यूटी लौटे थे। शहीद हरि सिंह चार भाई-बहनों में तीसरे नंबर के थे। परिवार में इकलौते कमाने वाले थे। अब घर में उनकी मां के अलावा पत्नी और बेटा है। शहीद हरि सिंह के पिता अगड़ी सिंह भी सेना में थे। सेवानिवृत्त के बाद उन्होंने बेटे को भी सेना में भर्ती कराने के लिए अभ्यास कराया।