हरियाणा_चुनाव_में_सभी_दलों_को_क्षत्रियों_का_अल्टीमेटम‪

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नयी दिल्ली :- महाराणा प्रताप धर्मशाला,केशवपुरम में, अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा और हरियाणा राजपूत प्रतिनिधि सभा ने, आज एक प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से हरियाणा विधान सभा के चुनावों में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने की दिशा में, “लोकशाही चेतना अभियान”का आज उदघोष कर दिया।इस मौके पर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलदीप सिंह तंवर एवं सभा के अध्यक्ष राव नरेश चैहान राजपूत ने,उक्त पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि नई विधानसभा चुनावों की प्रक्रिया शुरु हो गई है और जिसके चलते राजपूत समाज अपने जिम्मेदारी मानते हुए चुनावों में,अपनी सक्रिय भूमिका निभायेगा। तंवर और चौहान ने बताया कि सर्वप्रथम हमारी सभा के अभियान के अंतर्गतअब गांव-गांव में, मतदाताओं के पास जाया जाएगा। जिन मतदाताओं ने अभी तक अपना वोट नहीं बनवाया है और उन्हें अपनी वोट की महत्वता के प्रति जागरूक करके,उन्हें लोकतंत्र के इस महाकुंभ का हिस्सेदार बन ने के लिये प्रेरित करेगा व साथ ही मतदाताओं को शत -प्रतिशत सकारात्मक मतदान के लिए प्रोत्साहित भी करेगा। सभा का प्रयास रहेगा कि खाप व पंचायत स्तर पर अपने विधानसभा क्षेत्र की समस्याओं का ब्यौरा और उनके समाधान का घोषणा पत्र तैयार किया जाए और इस बात पर जोर दिया गया कि पूंजीपति,दल बदलू,भ्रष्टाचारी,अपराधिक व परिवारवाद की परम्परा पर अंकुश लगाने के लिये स्थापित पार्टियों द्वारा यदि जनता के बीच से कार्यकर्ता को टिकट नहीं दिया गयातो पंचायती उम्मीदवार खड़ा करवाने में भी सभा अपनी अपेक्षित भूमिका निभायेगी व उन्होंने बताया कि विधान सभा की कुल 90 सीटों में से सत्रह सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं जबकि 73 सीटें समान्य वर्ग के लिए हैं। समान्य वर्ग की सीटों में 24 सीटों पर राजपूत समाज का दावा बनता है ,क्योंकि इनमें से 18 सीटों पर कभी न कभी राजपूत विधायक निर्वाचित हुआ है,बाकी छह सीटों पर जीत के लिए संघर्षरत रहा है। आरक्षित सीटों में से 10 सीटों पर राजपूत मतदाता ओं की निर्णायक भूमिका है।हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में हरियाणा की कुल 10 सीटों में 2 आरक्षित हैं, 8 समान्य वर्ग की है और 5 सीट भाजपा ने जीती और 5 सीट कांग्रेस ने व भाजपा की जीत में पंद्रह राजपूत बाहुल्य सीटों का योगदान रह,जबकि इंडिया गठजोड़ की पांच सीटों में 8 राजपूत बाहुल्य सीटों का योगदान रहा। राजपूत समाज के 75 से अधिक आवेदक अलग- अलग पार्टियों से टिकट मांग रहे हैं।यदि इन पार्टियों ने कम से कम 12 राजपूत उम्मीदवारों को टिकट नहीं दिया तो राजपूत समाज अपना स्वतंत्र निर्णय लेने के लिए प्रदेश स्तर पर भी महा पंचायत आयोजित करेगा ।इस अवसर पर कुंवर संजय बिष्ट प्रवासी प्रकोष्ठ, नितिन राघव और अनंग पाल सिंह चौहान,अमित ठाकुर,जतन पाल सिंह आदि भी उक्त प्रेसवार्ता में मौजूद रहें।

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 प्रिय अमित पाल सिंह परमार और तिलक राज चौहान का एक ही दिन आकस्मिक निधन परिवार के लिए तो असहनीय आघात है ही पूरे राजपूत समाज को भी झकझोर कर गया। समाज को दोनों ऊर्जावान, समर्पित समाजसेवी , प्रगतिशील सोच के धनी भावी कर्ण धारकों से बहुत उम्मीद थी। समाज के दो अनमोल रत्न यूँ हमें अचानक छोड़ कर चले जाएंगे कभी सोचा नहीं था। व्यक्तिगत रूप से भी दोनों की कमी मेरे लिए अपूरणीय क्षति है। परम पिता परमेश्वर से हाथ जोड़ विनती है कि हम सब शोकाकुल परिवार जनों,समाज जनों,रिश्तेदारों और इष्ट जनों को य़ह वज्रपात सहने की शक्ति देकर दिवंगत श्रेष्ठ आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान प्रदान करें।ॐ शांति शांति शांति अमित पाल सिंह परमार और तिलक राज चौहान का एक ही दिन आकस्मिक निधन 

 प्रिय अमित पाल सिंह परमार और तिलक राज चौहान का एक ही दिन आकस्मिक निधन परिवार के लिए तो असहनीय आघात है ही पूरे राजपूत समाज को भी झकझोर कर गया। समाज को दोनों ऊर्जावान, समर्पित समाजसेवी , प्रगतिशील सोच के धनी भावी कर्ण धारकों से बहुत उम्मीद थी। समाज के दो अनमोल रत्न यूँ हमें अचानक छोड़ कर चले जाएंगे कभी सोचा नहीं था। व्यक्तिगत रूप से भी दोनों की कमी मेरे लिए अपूरणीय क्षति है। परम पिता परमेश्वर से हाथ जोड़ विनती है कि हम सब शोकाकुल परिवार जनों,समाज जनों,रिश्तेदारों और इष्ट जनों को य़ह वज्रपात सहने की शक्ति देकर दिवंगत श्रेष्ठ आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान प्रदान करें।ॐ शांति शांति शांति अमित पाल सिंह परमार और तिलक राज चौहान का एक ही दिन आकस्मिक निधन 

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