हरियाणा राजपूत प्रतिनिधि सभा प्रवासी प्रकोष्ठ ने भरी चुनावी हुंकार

Estimated read time 0 min read

हरियाणा राजपूत प्रतिनिधि सभा प्रवासी प्रकोष्ठ की राजपूत वाटिका गुड़गाँव में रविवार को संयोजक कुंवर संजय सिंह बिष्ट की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। लोकशाही के महापर्व चुनाव में शत प्रतिशत भागीदारी का संकल्प लिया गया। सभा के प्रदेशाध्यक्ष राव नरेश चौहान राष्ट्रपूत ने विस्तार पूर्वक समाज के प्रवासी मतदाताओं को स्थानीय मतदाताओं के साथ तालमेल बैठा कर अपनी पसंद के उम्मीदवार को जिताने के लिए एक तरफा मतदान की रणनीति का खुलासा किया। विभाजन विभीषिका मंच के पदाधिकारी श्रीमान बोध राज सीकरी, संजय टण्डन का बैठक में स्वागत करते हुए पंजाबी समाज के क्षत्रिय बंधुओं को भी अभियान में जोड़ने का निर्णय लिया गया। संजीव सिंह भदौरिया को जिला गुड़गाँव तथा जितेंद्र सिंह नेगी को जिला रेवाड़ी प्रवासी प्रकोष्ठ का संयोजक बनाया गया। गढ़वाल सभा गुड़गांव के प्रधान दिनेश सिंह रावत सहित अनेक प्रवासी संगठनों के प्रतिनिधियों ने बैठक में भाग लिया।

You May Also Like

 प्रिय अमित पाल सिंह परमार और तिलक राज चौहान का एक ही दिन आकस्मिक निधन परिवार के लिए तो असहनीय आघात है ही पूरे राजपूत समाज को भी झकझोर कर गया। समाज को दोनों ऊर्जावान, समर्पित समाजसेवी , प्रगतिशील सोच के धनी भावी कर्ण धारकों से बहुत उम्मीद थी। समाज के दो अनमोल रत्न यूँ हमें अचानक छोड़ कर चले जाएंगे कभी सोचा नहीं था। व्यक्तिगत रूप से भी दोनों की कमी मेरे लिए अपूरणीय क्षति है। परम पिता परमेश्वर से हाथ जोड़ विनती है कि हम सब शोकाकुल परिवार जनों,समाज जनों,रिश्तेदारों और इष्ट जनों को य़ह वज्रपात सहने की शक्ति देकर दिवंगत श्रेष्ठ आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान प्रदान करें।ॐ शांति शांति शांति अमित पाल सिंह परमार और तिलक राज चौहान का एक ही दिन आकस्मिक निधन 

 प्रिय अमित पाल सिंह परमार और तिलक राज चौहान का एक ही दिन आकस्मिक निधन परिवार के लिए तो असहनीय आघात है ही पूरे राजपूत समाज को भी झकझोर कर गया। समाज को दोनों ऊर्जावान, समर्पित समाजसेवी , प्रगतिशील सोच के धनी भावी कर्ण धारकों से बहुत उम्मीद थी। समाज के दो अनमोल रत्न यूँ हमें अचानक छोड़ कर चले जाएंगे कभी सोचा नहीं था। व्यक्तिगत रूप से भी दोनों की कमी मेरे लिए अपूरणीय क्षति है। परम पिता परमेश्वर से हाथ जोड़ विनती है कि हम सब शोकाकुल परिवार जनों,समाज जनों,रिश्तेदारों और इष्ट जनों को य़ह वज्रपात सहने की शक्ति देकर दिवंगत श्रेष्ठ आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान प्रदान करें।ॐ शांति शांति शांति अमित पाल सिंह परमार और तिलक राज चौहान का एक ही दिन आकस्मिक निधन 

More From Author

 प्रिय अमित पाल सिंह परमार और तिलक राज चौहान का एक ही दिन आकस्मिक निधन परिवार के लिए तो असहनीय आघात है ही पूरे राजपूत समाज को भी झकझोर कर गया। समाज को दोनों ऊर्जावान, समर्पित समाजसेवी , प्रगतिशील सोच के धनी भावी कर्ण धारकों से बहुत उम्मीद थी। समाज के दो अनमोल रत्न यूँ हमें अचानक छोड़ कर चले जाएंगे कभी सोचा नहीं था। व्यक्तिगत रूप से भी दोनों की कमी मेरे लिए अपूरणीय क्षति है। परम पिता परमेश्वर से हाथ जोड़ विनती है कि हम सब शोकाकुल परिवार जनों,समाज जनों,रिश्तेदारों और इष्ट जनों को य़ह वज्रपात सहने की शक्ति देकर दिवंगत श्रेष्ठ आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान प्रदान करें।ॐ शांति शांति शांति अमित पाल सिंह परमार और तिलक राज चौहान का एक ही दिन आकस्मिक निधन 

 प्रिय अमित पाल सिंह परमार और तिलक राज चौहान का एक ही दिन आकस्मिक निधन परिवार के लिए तो असहनीय आघात है ही पूरे राजपूत समाज को भी झकझोर कर गया। समाज को दोनों ऊर्जावान, समर्पित समाजसेवी , प्रगतिशील सोच के धनी भावी कर्ण धारकों से बहुत उम्मीद थी। समाज के दो अनमोल रत्न यूँ हमें अचानक छोड़ कर चले जाएंगे कभी सोचा नहीं था। व्यक्तिगत रूप से भी दोनों की कमी मेरे लिए अपूरणीय क्षति है। परम पिता परमेश्वर से हाथ जोड़ विनती है कि हम सब शोकाकुल परिवार जनों,समाज जनों,रिश्तेदारों और इष्ट जनों को य़ह वज्रपात सहने की शक्ति देकर दिवंगत श्रेष्ठ आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान प्रदान करें।ॐ शांति शांति शांति अमित पाल सिंह परमार और तिलक राज चौहान का एक ही दिन आकस्मिक निधन 

+ There are no comments

Add yours