सात दिवसीय एनएसएस शिविर का रंगारंग कार्यक्रम के साथ हुआ समापन 07 jan 2024

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 प्रिय अमित पाल सिंह परमार और तिलक राज चौहान का एक ही दिन आकस्मिक निधन परिवार के लिए तो असहनीय आघात है ही पूरे राजपूत समाज को भी झकझोर कर गया। समाज को दोनों ऊर्जावान, समर्पित समाजसेवी , प्रगतिशील सोच के धनी भावी कर्ण धारकों से बहुत उम्मीद थी। समाज के दो अनमोल रत्न यूँ हमें अचानक छोड़ कर चले जाएंगे कभी सोचा नहीं था। व्यक्तिगत रूप से भी दोनों की कमी मेरे लिए अपूरणीय क्षति है। परम पिता परमेश्वर से हाथ जोड़ विनती है कि हम सब शोकाकुल परिवार जनों,समाज जनों,रिश्तेदारों और इष्ट जनों को य़ह वज्रपात सहने की शक्ति देकर दिवंगत श्रेष्ठ आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान प्रदान करें।ॐ शांति शांति शांति अमित पाल सिंह परमार और तिलक राज चौहान का एक ही दिन आकस्मिक निधन 

 प्रिय अमित पाल सिंह परमार और तिलक राज चौहान का एक ही दिन आकस्मिक निधन परिवार के लिए तो असहनीय आघात है ही पूरे राजपूत समाज को भी झकझोर कर गया। समाज को दोनों ऊर्जावान, समर्पित समाजसेवी , प्रगतिशील सोच के धनी भावी कर्ण धारकों से बहुत उम्मीद थी। समाज के दो अनमोल रत्न यूँ हमें अचानक छोड़ कर चले जाएंगे कभी सोचा नहीं था। व्यक्तिगत रूप से भी दोनों की कमी मेरे लिए अपूरणीय क्षति है। परम पिता परमेश्वर से हाथ जोड़ विनती है कि हम सब शोकाकुल परिवार जनों,समाज जनों,रिश्तेदारों और इष्ट जनों को य़ह वज्रपात सहने की शक्ति देकर दिवंगत श्रेष्ठ आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान प्रदान करें।ॐ शांति शांति शांति अमित पाल सिंह परमार और तिलक राज चौहान का एक ही दिन आकस्मिक निधन 

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 प्रिय अमित पाल सिंह परमार और तिलक राज चौहान का एक ही दिन आकस्मिक निधन परिवार के लिए तो असहनीय आघात है ही पूरे राजपूत समाज को भी झकझोर कर गया। समाज को दोनों ऊर्जावान, समर्पित समाजसेवी , प्रगतिशील सोच के धनी भावी कर्ण धारकों से बहुत उम्मीद थी। समाज के दो अनमोल रत्न यूँ हमें अचानक छोड़ कर चले जाएंगे कभी सोचा नहीं था। व्यक्तिगत रूप से भी दोनों की कमी मेरे लिए अपूरणीय क्षति है। परम पिता परमेश्वर से हाथ जोड़ विनती है कि हम सब शोकाकुल परिवार जनों,समाज जनों,रिश्तेदारों और इष्ट जनों को य़ह वज्रपात सहने की शक्ति देकर दिवंगत श्रेष्ठ आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान प्रदान करें।ॐ शांति शांति शांति अमित पाल सिंह परमार और तिलक राज चौहान का एक ही दिन आकस्मिक निधन 

 प्रिय अमित पाल सिंह परमार और तिलक राज चौहान का एक ही दिन आकस्मिक निधन परिवार के लिए तो असहनीय आघात है ही पूरे राजपूत समाज को भी झकझोर कर गया। समाज को दोनों ऊर्जावान, समर्पित समाजसेवी , प्रगतिशील सोच के धनी भावी कर्ण धारकों से बहुत उम्मीद थी। समाज के दो अनमोल रत्न यूँ हमें अचानक छोड़ कर चले जाएंगे कभी सोचा नहीं था। व्यक्तिगत रूप से भी दोनों की कमी मेरे लिए अपूरणीय क्षति है। परम पिता परमेश्वर से हाथ जोड़ विनती है कि हम सब शोकाकुल परिवार जनों,समाज जनों,रिश्तेदारों और इष्ट जनों को य़ह वज्रपात सहने की शक्ति देकर दिवंगत श्रेष्ठ आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान प्रदान करें।ॐ शांति शांति शांति अमित पाल सिंह परमार और तिलक राज चौहान का एक ही दिन आकस्मिक निधन 

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